भाजपा में मची अंतर्कलह के चलते नरेंद्र मोदी और संजय जोशी विवाद में मंगलवार को एक नाटकीय मोड़ आ गया जब राजधानी दिल्ली और गुजरात के अहमदाबाद में ‘पोस्टर वॉर’ शुरू हो गया..इन पोस्टरों में संजय जोशी की तस्वीर थी। पहले, दो प्रकार के इन पोस्टरों का मजमून देखते हैं-पहले पोस्टर में कहा गया है‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, तुटे मन से कोई खड़ा नहीं होता..कहो दिल से..संजय जोशी फिर से’
और दूसरे में ‘भाजपा की क्या मजबूरी? नहीं चलेगी दादागिरी। एक नेता को खुश करे, दूसरे नेता का इस्तीफा मांगे..क्या यही है भाजपा की नीति?’ इन पोस्टरों को देखने पर साफ झलकता है कि ये पोस्टर न्याय की दरकार कर रहे हैं और भाजपा नेतृत्व से जवाब मांग रहे हैं। हालांकि, संजय जोशी ने अपने तईं साफ कर दिया है कि ये पोस्टर उन्होंने नहीं लगवाए.‘मुङो नहीं पता कि ये पोस्टर किसने लगवाए..इस बारे में मैं पूरी तरह अनजान हूं।’
सवाल उठता है कि आखिर ये पोस्टर किसने लगवाए? समझा जाता है कि गुजरात के कतिपय मोदी विरोधी यह कृत्य कर सकते हैं। बता दें कि गुजरात में संजय जोशी के समर्थकों का एक बड़ा वर्ग है और मोदी के हठ के चलते जोशी से इस्तीफा लिए जाने को उन्होंने गंभीरता से लिया है..लगता है, भाजपा को अभी और विवादों का सामना करना होगा।
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