भारत की संसद में ‘बहनजी’ भी हैं और ‘भैया’ भी..अब कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से डिम्पल यादव यानी ‘भाभी’ भी पहुंच गई हैं..जी हां, कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में डिम्पल यादव ने ‘मैं आपकी भाभी हूं’ कहकर ही अपना परिचय मतदाताओं को दिया था.. वे चाहतीं तो ‘बहू’ के रुप में भी परिचित करवा सकतीं थीं,
आखिर वे मुलायमसिंह यादव सरीखे दिग्गज नेता की बहू जो हैं..लेकिन उन्होंने सीएम पति के नाते से खुद को ‘भाभी’ के रुप में जोड़ना उचित समझा और यह उनके लिए फायदेमंद भी साबित हुआ..आप जानते ही हैं कि कन्नौज से वे निर्विरोध चुन ली गई हैं..वहां न कांग्रेस ने उम्मीदवार खड़ा किया..न भाजपा ने..जिन दो प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे वे भी ‘भाभी’ के सामने मैदान छोड़ गए। लोकसभा के लिए निर्विरोध चुने जाने की घटना सामान्य नहीं है..देश में जहां यत्र-तत्र-सर्वत्र नेताओं की फौज है, वहां निर्विरोध चुना जाना वाकई कमाल की बात है।
डिम्पल यादव, इसके पहले फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र से किस्मत आजमा चुकी हैं..तब वे कांग्रेसी उम्मीदवार और फिल्म अभिनेता राज बब्बर से चुनाव हार गईं थीं..डिम्पल की हार को उनके पति अखिलेश यादव ने बहुत गंभीरता से लिया था और सही मायनों में उन्होंने इस पराजय के बाद ही राजनीति का ककहरा पढ़ा था..उन्होंने हार के कारणों की समीक्षा की और उसके बाद ही पूरे यूपी में सघन दौरे किए थे, उसी मेहनत का नतीजा है कि आज वे देश के सबसे बड़े सूबे के युवा मुख्यमंत्री हैं।
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