लंदन ओलिम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सबकी नजरें लगी हुई हैं. लंदन ओलिम्पिक के समापन के बाद ही क्रीड़ा जगत का अति प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न}’ दिया जाना है. 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस पर दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए छह खिलाड़ियों को नामांकित किया गया है, जिनमें से पांच खिलाड़ी लंदन ओलिम्पिक में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर पदक जीतने के साथ-साथ ‘खेल-रत्न}’ के लिए भी जोर-आजमाईश करेंगे. इस बार ‘राजीव गांधी खेल रत्न}’ पुरस्कार के लिए जिन छह खिलाड़ियों को नामांकित किया गया है,
वे हैं शूटर रोंजन सोढ़ी और संजीव राजपूत, टेनिस खिलाड़ी सोमदेव बर्मन, हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह, बेडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा और बॉक्सर विकास कृष्णन यादव. सोमदेव बर्मन को छोड़ दें तो बाकी 5 खिलाड़ी लंदन ओलिम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने जाएंगे. लंदन जाने वाले इन पांचों खिलाड़ियों में से किसी एक ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और यदि स्वर्णपदक जीत लिया तो वह ‘खेल-रत्न}’ का प्रबल दावेदार हो जाएगा.
इन छह खिलाड़ियों में खेल-रत्न} के लिए फिलहाल रोंजन सोढ़ी का नाम सबसे ऊपर है.
अजरुन पुरस्कार प्राप्त सोढ़ी ने 2010 और 2011 में डबल ट्रप में स्वर्णपदक हासिल किया था. दिल्ली की राष्ट्रकुल क्रीड़ा स्पर्धा में दो रजत पदक जीतने वाले सोढ़ी ने ग्वागझू एशियाई खेलों में स्वर्णपदक जीतकर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था. तीरंदाजी में ऐसा प्रदर्शन करने वाला वह इकलौता भारतीय खिलाड़ी है, इसलिए लंदन ओलिम्पिक में भी उससे पदक की अपेक्षा की जा सकती है. बॉक्सर विकास ने 2011 की विश्व चेम्पियनशिप में कास्यपदक, 2010 के युवा ओलिम्पिक में कास्यपदक और ग्वागझू एशियाई खेलों में स्वर्णपदक जीता था.
टेनिस कोर्ट में जख्मी होने से लंबे समय से टेनिस से दूर सोमदेव राष्ट्रकुल स्पर्धा में स्वर्णपदक विजेता और एशियाई खेलों में डबल्स में स्वर्णपदक विजेता भी हैं. उसे पिछले साल अजरुन पुरस्कार भी मिला था किंतु लंबे समय से कोर्ट से बाहर रहने के कारण उसकी रेंकिंग घट गई है. इस कारण वह लंदन ओलिम्पिक में भी भाग नहीं ले पा रहा है. ज्वाला को राष्ट्रकुल स्पर्धा में स्वर्णपदक और टीम स्पर्धा में रजत पदक मिला है. उसने पिछले साल डबल्स चेम्पियनशिप में कांस्यपदक भी जीता था पर विश्व चेंपियनशिप के बाद ज्वाला अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. भारत को ओलिम्पिक में क्वालीफाय कराने में फुटबॉलर संदीप सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. लिहाजा, लंदन ओलिम्पिक में उसके प्रदर्शन पर सबकी निगाहें रहेंगीं.
ओलिम्पिक में इन पांच खिलाड़ियों में से जिसका प्रदर्शन श्रेष्ठ होगा या जो पदक जीतने में कामयाब होगा, वह स्वाभाविक रुप से ‘खेल-रत्न}’ का हकदार हो जाएगा, इसलिए ओलिम्पिक के समापन की बाट जोहना होगी. खेल-रत्न और अजरुन पुरस्कार की घोषणा वैसे तो जुलाई महीने के आखिर में होती है पर यह ओलिम्पिक वर्ष होने से इस साल उसमें विलंब हो सकता है. ऐसा नहीं हो कि किसी दूसरे खिलाड़ी को ‘खेल रत्न’ पुरस्कार घोषित हो जाए और ओलिम्पिक में अच्छा प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी उससे वंचित हो जाए, इसलिए ओलिम्पिक समापन तक इंतजार करना पड़ेगा.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें