सुना है कि मुंबई कभी सोती नहीं है..यानी वहां की रात रंगीन होती होगी..मुंबई, पूरे देश में एक अदद ऐसा शहर होगा, जहां के डांस-बार कभी चर्चा का विषय रहे हैं..आबा यानी आर.आर.पाटील के गृहमंत्री बनने के बाद उन्होंने डांस-बार पर प्रतिबंध भले ही लगा दिया किंतु मुंबईया लोग आज भी चोरी-छुपे डांस-बार का उपक्रम कर ही देते हैं..लेकिन अब जमाना आगे बढ़ गया है..अब जमाना है रेव पार्टियों का..मुंबई को रेव पार्टियों की राजधानी कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी..ऐसी समाजविरोधी रेव पार्टियों पर नकेल कसने का संकल्प ले चुके समाज सेवा ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी) वसंत ढोबले के खिलाफ अब ‘नाईट लवर्स’ लामबंद हो गए हैं..नाईट लवर्स आपने पहली-पहली बार सुना होगा ना!
पुराने जमाने में जिन्हें ‘निशाचर’ कहा जाता था, अब उन्हें ‘नाईट लवर्स’ कहा जाता है..इन ‘नाईट लवर्स’ने रविवार को ढोबले की कार्रवाई को अपनी वैयक्तिक स्वतंत्रता पर हमला निरुपित कर वांद्रे स्थित कार्टर रोड से एक शांति मार्च निकाला.. ये सभी सोशल मीडिया के माध्यम से एकजुट हुए थे..इस जुलूस-प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने रेव पार्टी के समर्थन में आवाज बुलंद की और अपनी हाई प्रोफाइल पार्टियों को रोकने का प्रय} करने वालों का विरोध किया.
एसीपी वसंत ढोबले ने पिछले दिनों ‘मसाला करी’नामक रेस्त्रं पर छापा मारकर वहां चल रही रेव पार्टी का पर्दाफाश किया था. इस रेव पार्टी में शामिल अनेक रईस-पुत्रों को गिरफ्तार किया गया था. पिछले कुछ महीनों से मुंबई की धनाढय़ बस्तियों में रेव पार्टियों का अयोजन बड़े प्रमाण पर होने लगा है..उसके विरोध में पुलिस द्वारा शुरू की गई मुहीम का सर्वत्र स्वागत हो रहा है..
इंटरनेट और मोबाईल के द्वारा रेव पार्टियों का आयोजन कर शराब और मादक पदार्थ उपलब्ध कराकर करोड़ों रुपए की उठापटक कर दी जाती है..एक तरफ आम मुंबईवासी दिनभर इधर-उधर धक्के खाते हुए पसीना बहाने के बाद सो जाता है, तब ये रईसजादे मादक द्रव्यों के नशे में टुन्न होकर डीजे की धुनों पर थिरकते हुए अपनी बाप कमाई पर ऐश करते हैं..यह विकृत संस्कृति मुंबइ-पुणो ही नहीं अब आसपास भी पसरने लगी है. उसे रोकने की कोशिश करने वालों को हतोत्साहित करने की अब कोशिश इन रईसजादों द्वारा की जा रही है. देखना है वे कामयाब हो पाते हैं या नहीं?
sahi tasveer [esh kar di aapne
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